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आपके डॉक्टर निम्नलिखित आधार पर बीपीएच का निदान (डायग्नोस) करते है:
• चिकित्सकीय इतिहास
• शारीरिक परिक्षण
• लैब टेस्ट
आपके डॉक्टर आपके व्यक्तिगत और पारिवारिक स्वास्थ्य संबंधी इतिहास के बारे में जानकारी लेंगे।
वह निम्नलिखित विवरण पूछ सकते हैं:
• आपके लक्षण क्या हैं?
• आप इस समस्या का कब से सामना कर रहे हैं?
• आपके लक्षण कैसे शुरू हुए और क्या यह समय के साथ खराब हो गया है?
• यदि आपको यूटीआई का कोई इतिहास है?
• आप रात में कितना पानी या तरल पीते हैं?
• यदि आपको कोई अन्य चिकित्सा स्थिति या बीमारी है?
• यदि आप कोई दवा या सप्लिमेंट ले रहे हैं?
• यदि आपके परिवार में किसी को भी यूरीनरी ट्रैक्ट डीजीज या प्रोस्टेट कैंसर का इतिहास है?
डिजिटल रेक्टल परिक्षण: इस परिक्षण में आपके डॉक्टर प्रोस्टेट के आकार, स्थिरता या असामान्यता की जाँच करते हैं। वह आपको मेज पर एक तरफ लेटकर, घुटनों को अपनी छाती के करीब रखने के लिए कहेंगे। इसके बाद वह प्रोस्टेट को महसूस करने के लिए आपके मलाशय में दस्ताना पहने हुये उंगली डालेंगे। वह आपको आपकी परेशानी को कम करने के लिए अंदर और बाहर गहरी सांस लेने के लिए कह सकते है। प्रोस्टेट के आकार के अलावा, वह प्रोस्टेट में किसी माॅस के विकास के बारे में डॉक्टर को सूचित कर सकता है। कई डॉक्टर 40 साल और उससे अधिक उम्र के सभी पुरुषों के लिए इस परीक्षण की सलाह देते हैं।
अन्य शारीरिक परीक्षण:
• अंडकोश (स्क्रोटम) में किसी भी असामान्यता की जांच करने के लिए जैसे, सूजन और दर्द।
• कमर में किसी भी असामान्यता की जांच करने के लिए जैसे, बढ़े हुए या नरम लिम्फ नोड्स।
• मूत्रमार्ग से किसी भी असामान्य डिस्चार्ज की जांच करना या लिंग की असामान्यता।
इसके बाद आपके डॉक्टर आपको निम्नलिखित परिक्षण करने के लिए कह सकते है:
• यूरिनलाइसिस (मूत्र परीक्षण): यह परिक्षण ये जांचने के लिए किया जाता है कि, आपके लक्षण मूत्र संक्रमण या बीपीएच के कारण हैं या नहीं।
• प्रोस्टेट स्पेसेफिक एंटीजन (पीएसए): यह एक खून की जाँच है, जो प्रोस्टेट कैंसर स्क्रीनिंग के लिए किया जाता है। यह कैंसर की संभावना को नकारने के लिए किया जाता है, जो प्रोस्टेट के बढ़ने का कारण हो सकता है।
• यूरोडायनेमिक परिक्षण: ये परीक्षण मूत्र के प्रवाह की दर का आकलन करता है। यह पेशाब करने के बाद ब्लैडर में बची पेशाब की मात्रा और पेशाब करते समय ब्लैडर में पड़ने वाले दबाव का आँकलन करता है। इस तरह यह मूत्राशय ब्लैडर के कामकाज की जांच करता हैं।
• सिस्टोस्कोपी: इस परिक्षण में डॉक्टर, ब्लैडर में साइटोस्कोप नामक एक विशेष ट्यूब डालते हैं। इस ट्यूब पर एक कैमरा लगा होता है, जो ब्लैडर में यूरेथ्रा के माध्यम से पारित किया जाता है। यह परिक्षण मूत्राशय में किसी असामान्यता की जांच करता है।
• ट्रांसरेक्टल अल्ट्रासाउंड: यह एक विशेष प्रकार का अल्ट्रासाउंड होता है, जो प्रोस्टेट की असामान्यताओं की जांच करने के लिए किया जाता है। यहां पर रेडियोलॉजिस्ट, प्रोस्टेट की तस्वीरें लेने के लिए एक लंबी और पतली छड़ीनुमा उपकरण को आपके मलाशय (रेक्टम) में डालेंगे। यह प्रोस्टेट के सटीक आकार को मापने, उसकी आंतरिक संरचना को देखने और प्रोस्टेट से उत्पन्न होने वाले मास की जांच करने में सक्षम होता है।
• बायोप्सी: इस जाँच के लिए आपके डॉक्टर माइक्रोस्कोप से जाँच के लिए, ऊतक का नमूना लेने के लिए प्रोस्टेट में एक सुई डालेंगे। यह विशेष रूप से आपके प्रोस्टेट ग्रंथि में कैंसर कोशिकाओं की उपस्थिति से इंकार करने के लिए किया जाता है। यह परिक्षण एनिस्थिसिया (आमतौर पर स्थानीय) और अल्ट्रासाउंड, सीटी या एमआरआई स्कैन जैसे इमेजिंग अध्ययन के तहत किया जाता है।
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