This post is also available in: English (English)
मिर्गी की पहचान के लिए, डॉक्टर लक्षणों की समीक्षा करेंगे और कुछ परीक्षण करेंगे। डॉक्टर यह निश्चित करेंगे कि क्या घटना एक दौरा थी या नहीं। डॉक्टर ऐसे मामलों को भी जानने की कोशिश करेंगे जिनसे दौरा पड़ सकता है। मिर्गी के मामले में वह कारण जानने की कोशिश करेंगे और आगे उचित कदम उठायेंगे।
डॉक्टर निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखते हुये, मिर्गी और दौरे के लिए एक व्यक्ति का मूल्यांकन करेंगे:
1. चिकित्सकीय इतिहास: डॉक्टर निम्नलिखित चीजों को ध्यान में रखकर मरीज के चिकित्सकीय इतिहास की जानकारी लेंगे:
• चश्मदीद गवाह
• दौरे की शुरुआत से पहले रोगी की स्थिति, जिसमें हाल ही में शुरू हुई या बंद की गई दवा, शराब या अल्कोहल का उपयोग, नींद या इसकी कमी, बुखार का इतिहास, हाल ही में सिरदर्द, या फोकल न्यूरोलॉजिक लक्षणों के बारे में जानकारी शामिल है।
• आभा की उपस्थिति या कथित चेतावनी जैसे सूँघने में स्पष्ट बदलाव, रोशनी की चमक, मिचली या डेजा-वु की स्थिति।
• दौरे की गतिविधि के प्रकार और शुरुआत: दौरे को निम्नलिखित प्रकारों में अलग करना जैसे, चेतना या जागरूकता की हानि के बिना का दौरा।
2. शारीरिक परीक्षण
एक चिकित्सक व्यवहार, जागरूकता, मानसिक कार्यप्रणाली, मोटर क्षमता का आकलन करने के लिए एक सामान्य शारीरिक परीक्षण और केंद्रित न्यूरोलॉजिकल परीक्षण करेगा।
मिर्गी से पीड़ित व्यक्ति में शारीरिक परीक्षण में अक्सर कोई असामान्यता नहीं होती है।
3. खून की जाँचे: मिर्गी के नियमित मामलों में बुनियादी प्रयोगशाला परीक्षण किए जाएंगे, व्यक्तियों की हालत और शारीरिक परीक्षण परिणामों के आधार पर अतिरिक्त परीक्षण किए जाएंगे। ये संक्रमण, मेटाबोलिक या विषाक्त कारणों की जाँच के लिए किये जाँयेगे।
अमेरिकन कॉलेज ऑफ इमरजेंसी चिकित्सकों ने न्यूनतम रूटीन प्रयोगशाला परीक्षणों की सिफारिश की है जो इस प्रकार हैं:
▪ ब्लड ग्लूकोज और सीरम सोडियम: यह ऐसे सभी रोगियों में किया जाता है, जो पहली बार दौरे का अनुभव करते हैं, जिसमें स्थिति दौरे के बाद सामान्य आधार रेखा पर लौट आई है।
▪ सीरम कैल्शियम, मैग्नीशियम, और फॉस्फेट
▪ गर्भावस्था परीक्षण: गर्भदारण की उम्र की सभी महिलाओं में किया जाता है
▪ लंबर पंचर: यह बुखार से पीड़ित रोगियों में मस्तिष्कमेरु द्रव (CSF) (या केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के संक्रमण के अन्य संकेतों और लक्षणों के साथ) या इम्यूनोकम्प्रेस्ड अवस्था की जांच करने के लिए किया जाता है। इसको एमआरआई या सीटी ब्रेन के बाद ही किया जाना चाहिये।
CBC: WBC काउंट बढ़ना या घटना, संक्रमण का सुझाव दे सकता है।
क्लिनिकल तस्वीर जैसे कि मेटाबोलिक गड़बड़ी या नशा के संदिग्ध मामलों के आधार पर अतिरिक्त प्रयोगशाला परीक्षणों की सिफारिश की जाएगी,
अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी दिशानिर्देशों ने बिना किसी कारण के पड़ने वाले दौरों में ईईजी और इमेजिंग परीक्षणों को नियमित रूप से किए जाने की सिफारिश की है:
4. इलेक्ट्रोएन्सेफलोग्राम (ईईजी): मिर्गी के मूल्यांकन में एक अनिवार्य परीक्षण है। यह परीक्षण खोपड़ी पर कई सारे छोटे इलेक्ट्रोड लगाकर दिमाग की विद्युत गतिविधि को रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है।
यह एक आसान और सस्ता परीक्षण है जो असामान्य विद्युत गतिविधि दिखा सकता है जिसके परिणामस्वरूप दौरा पड़ता है।
मिर्गी के पहचान और प्रबंधन में इसकी निम्नलिखित भूमिका है:
▪ पहचान की पुष्टि करने के लिए
▪ दौरे के प्रकार का वर्णन करने के लिए
▪ होने वाले दौरे के जोखिम का निर्धारण करने के लिए
▪ चिकित्सा उपचार की योजना और मार्गदर्शन करने के लिए
यह परीक्षण अस्पताल या न्यूरोलॉजिस्ट के क्लिनिक में किया जा सकता है। आमतौर पर परीक्षण में लगभग एक घंटा लगता है। परीक्षण के दौरान चिकित्सक विद्युत आवेगों के साथ व्यक्तियों की गतिविधि को भी रिकॉर्ड कर सकता है जिसे वीडियो ईईजी कहा जाता है।
वयस्कों में एक सामान्य ईईजी दिमाग के दोनों हिस्सों पर मुख्य रूप से अल्फा और बीटा तरंगों को समानता के साथ दिखाता है।
एक असामान्य ईईजी विद्युत गतिविधि के अचानक बढ़ने या धीमा होने के साथ दिमाग के दो भागों में विद्युत गतिविधि के पैटर्न में अंतर दिखाएगा।
मिर्गी का प्रकार असामान्य विद्युत गतिविधि के स्थान, शुरुआत और पैटर्न से निर्धारित होता है।
इंटरिक्टल अवधि में पहला ईईजी परिणाम मिर्गी के लगभग 50% मामलों में सामान्य होता हैं। हालांकि, ये रोगी बाद के ईईजीएस में असामान्य परिणाम दिखाते हैं।
5. इमेजिंग परीक्षण: एमआरआई और सीटी स्कैन दो ऐसे इमेजिंग परीक्षण हैं जो आमतौर पर मिर्गी के मूल्यांकन में किए जाते हैं।
• ये मिर्गी के किसी भी संरचनात्मक कारणों जैसे कि सिस्टीकोर्सोसिस, तपेदिक, स्ट्रोक, ब्रेन ट्यूमर, मेनिन्जाइटिस और अन्य को देखने के लिए किये जाते है।
• ये परीक्षण मिर्गी के लगभग 10% मामलों में पासिटिव रिजल्ट दिखाते हैं।
• दौरे के दोबारा होने के जोखिम का सुझाव देने में भूमिका निभा सकता है।
• आपातकालीन स्थिति में, विशेष रूप से पर सीटी स्कैन को असामान्य न्यूरोलॉजिकल परीक्षण या दौरे के मामले में पसंद किया जाता है ।
• गैर-आपातकालीन स्थिति में कोन्ट्रास्ट के साथ या उसके बिना की गयी एमआरआई को सीटी से बेहतर माना जाता है।
अन्य कम इस्तेमाल होने वाले इमेजिंग परीक्षण हो सकते हैं:
• फंक्शनल एमआरआई (fMRI)
• पोजीट्रान एमिसन टोमोग्राफी (पीईटी)
• सिंगल फोटॉन एमिसन कम्प्यूटराईज्ड टोमोग्राफी (SPECT)
कुछ नई और अतिरिक्त तकनीकें हैं जिनका उपयोग उन बिंदुओं पर किया जा सकता है जहां से दिमाग में दौरे शुरू होते हैं:
• स्टैटिस्टिकल पैरामीट्रिक मैपिंग (एसपीएम): दौरे के समय बढ़े हुए मेटाबोलिस्म के साथ दिमाग के हिस्से की तुलना सामान्य दिमाग के साथ करता है।
• करी विश्लेषण: असामान्यता दिखाने के लिए दिमाग के एमआरआई पर ईईजी डेटा को प्रोजेक्ट करता है।
• मैग्नेटोएन्सेफालोग्राफी (एमईजी): दिमाग द्वारा पैदा हुये चुंबकीय क्षेत्रों का उपयोग करता है ताकि दौरे की शुरुआत के असामान्य क्षेत्रों की पहचान की जा सके।
जब्ती के प्रकार का सटीक निदान स्थापित करना और यह जानना कि बरामदगी कहाँ से है
A single targeted dose of radiotherapy could be as effective at treating breast cancer as a full course, a long-term…
The loss of smell that can accompany coronavirus is unique and different from that experienced by someone with a bad…
Editors of The Lancet and the New England Journal of Medicine: Pharmaceutical Companies are so Financially Powerful They Pressure us…
प्रसवोत्तर अवधि क्या है? एक प्रसवोत्तर अवधि एक एैसा समय अंतराल है, जिसमें मां बच्चे को जन्म देने के बाद…
प्रसवोत्तर या स्तनपान आहार क्या है? पोस्टपार्टम डाइट वह डाइट है, जो मां को एक बार बच्चे के जन्म के…
बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए खाने और बचने वाले खाद्य पदार्थों की सूची गर्भ धारण करने के बाद, बच्चे…
कैसे सामान्यीकृत चिंता विकार (जीएडी) का निदान किया जाता है? नैदानिक इतिहास: डॉक्टर आम तौर पर लक्षणों का विस्तृत इतिहास…
कैसे सामान्यीकृत चिंता विकार (जीएडी) का इलाज किया जाता है? सामान्यीकृत चिंता विकार का उपचार लक्षणों की गंभीरता और जीवन…
सामान्यीकृत चिंता विकार क्या है? चिंता, किसी ऐसी चीज के बारे में परेशानी या घबराहट की भावना है, जो हो…