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जैसा की पहले चर्चा की गयी है कि, डायबिटीज के संकेत और लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते है, या जटिलताओं के विकसित होने तक किसी के ध्यान में नहीं आते हैं। अंतरराष्ट्रीय संस्थायें जैसे अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (एडीए) नें डायबिटीज का पता, सही समय पर लगाने के लिए, लोगों को स्क्रीन करने के लिए एक सिफारिश तैयार की है। सिफारिश के अनुसार, निम्नलिखित स्थितियों वाले व्यक्तियों को डायबिटीज के लिए स्क्रीनिंग कराना चाहिए:
• 45 वर्ष से अधिक आयु: 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को प्रारंभिक स्क्रीनिंग के लिए जाना चाहिए, और यदि परिणाम सामान्य आते हैं, तो हर 3 वर्षों के बाद स्क्रीनिंग कराना चाहिये।
• 25 से अधिक बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई): बढ़ी हुयी बीएमआई और अन्य जोखिम कारकों जैसे, असामान्य कोलेस्ट्रॉल स्तर, उच्च बीपी, आलस भरी जीवन शैली और पीसीओएस या हृदय रोग जैसी अन्य स्थितियों वाले लोगों को डायबिटीज स्क्रीनिंग के लिए जरूर जाना चाहिए। एशियाई आबादी के लिए बीएमआई का मापदंड 23 से अधिक है।
• गर्भावधि (जेस्टेशनल) डायबिटीज के इतिहास वाली महिलाओं को हर तीन साल में डायबिटीज की जाँच करवाना चाहिये।
• प्री-डायबिटीज रोगियों को हर साल जांच की सलाह दी जाती है।
ग्लाइकेटेड हीमोग्लोबिन (HbA1c) परिक्षण:
(H4) यह रक्त परीक्षण पिछले तीन महीनों के आपके औसत ब्लड ग्लूकोज स्तर को मापता है। यह हीमोग्लोबिन (एचबी) से जुड़े ब्लड ग्लूकोज के प्रतिशत को मापता है, जो आरबीसी में मौजूद है जिसका जीवन काल 3 महीने है। पिछले 2 से 3 महीनों में आपके ब्लड ग्लुकोस का स्तर जितना अधिक होता है, उतना ही एचबी से जुड़े ग्लूकोज प्रतिशत और HbA1c परिक्षण का परिणाम अधिक होता है।
परिणाम:
• सामान्य: 5.7 % से कम
• प्री-डायबिटीज: 5.7 – 6.4 %
• डायबिटीज: 6.5 % या अधिक (दो अलग-अलग दिनों में)
परिक्षण से पहले आपको भूखा रहने की आवश्यकता नहीं है।
डॉक्टर डायबिटीज के निदान (डायग्नोसिस) को निश्चित करने के लिए कुछ अन्य रक्त परिक्षणों का भी उपयोग कर सकते हैं, खासकर यदि HbA1c परिणाम सिलसिलेवार नहीं हैं या परिक्षण उपलब्ध नहीं है।
फास्टिंग बल्ड शुगर परिक्षण (H4):
यह परिक्षण भूखे होने की स्थिति के दौरान खून में ग्लूकोज के स्तर को मापता है। इस टेस्ट के लिए आपको रात भर (करीब 8 घंटे) भूखा रहना होगा, और सुबह खून का सैंपल देना होगा।
परिणाम:
• सामान्य: स्तर 100 mg/dL से कम
• प्री-डायबिटीज: 100 से 125 mg/dL
• डायबिटीज: 126 mg/dL या अधिक (दो अलग-अलग दिनों में)
रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट:
यह परिक्षण किसी भी समय पर खून में ग्लूकोज के स्तर को मापता है, भले ही आप ने आखिरी बार कभी भी खाया हो।
परिणाम:
• मधुमेह: 200 mg/dL के बराबर या उससे अधिक स्तर।
ओरल ग्लूकोज टाॅलिरेन्स परिक्षण:
इस टेस्ट में आपको रात भर भूखा रहने की जरूरत होती है, ताकि सुबह फास्टिंग ब्लड ग्लूकोज लेवल को मापा जा सके। इसके बाद, आपको तरल युक्त ग्लूकोज पीने के लिए कहा जाता है, जिसे पीने के 1 और 2 घंटे बाद खून का नमूना लिया जाता है।
परिणाम: 2 घंटे के बाद लिया गया सैंपल निम्नलिखित परिणाम देता है
• सामान्य: 140 mg/dL से कम का स्तर।
• प्री-डायबिटीज: 140 और 199 mg/dL के बीच का स्तर
• डायबिटीज: 200 mg/dL से अधिक का स्तर
टाइप 1 डायबिटीज के मामले में कीटोन की तलाश करने के लिए और ऑटो एंटीबॉडी के लिए जांच करने के लिए अतिरिक्त परीक्षण, किये जा सकते है।
गर्भावधि (जेस्टेशनल) डायबिटीज के विकास की जांच करने के लिए गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में स्क्रीनिंग टेस्ट भी किया जाता है।
यदि आपके पास निम्नलिखित जोखिम कारक है, तो आपको गर्भावधि ((जेस्टेशनल) डायबिटीज के विकसित होने का खतरा अधिक है:
• यदि आपकी आयु 35 वर्ष से अधिक है
• गर्भावस्था की शुरुआत में अधिक वजन
• डायबिटीज का पारिवारिक इतिहास (माता-पिता, भाई-बहन या बच्चे में डायबिटीज)
• पिछली गर्भावस्था में गर्भावधि (जेस्टेशनल)) डायबिटीज का इतिहास
• पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम का इतिहास
यदि उपरोक्त कारकों में से कोई भी आप में मौजूद हैं, तो आपके डॉक्टर गर्भावस्था के सप्ताह की परवाह किए बिना, पहली विसिट में गर्भावधि (जेस्टेशनल) डायबिटीज के लिए आपका परीक्षण करेगे।
यदि कोई कारक मौजूद नहीं है, तो आम तौर पर आपकी जांच गर्भावस्था के 24 से 28 सप्ताह के बीच में की जाएगी।
निम्नलिखित स्क्रीनिंग परिक्षण गर्भावधि (जेस्टेशनल) डायबिटीज के लिए इस्तेमाल किया जा सकते है:
इनीशियल ग्लूकोज चैलेंज परीक्षण:
इस टेस्ट में आपको ग्लूकोज रिच लिक्विड पीने को कहा जाएगा। इसके एक घंटे के बाद ग्लूकोज के स्तर को मापने के लिए रक्त का नमूना लिया जाता है।
परिणाम:
• सामान्य: 140 mg/dL से नीचे का स्तर,
• यदि स्तर 140mg/dL से ऊपर हैं, तो यह गर्भावधि (जेस्टेशनल) डायबिटीज के लिए उच्च जोखिम का सुझाव देता है, और आपके डॉक्टर एक फोलो-अप परिक्षण का सुझाव देंगे।
फोलो-अप ग्लूकोज टाॅलिरेंस परिक्षण:
यहां आपको रात भर भूखा रहते हुये फास्टिंग ब्लड सैंपल देने के लिए कहा जायेगा। इसके बाद आपको ग्लूकोज पीने के लिए कहा जाएगा जिसमें तरल होता है, जो पिछले परिक्षण में उपयोग किए गए तरल से अधिक केंद्रित होगा। इसके बाद आपके खून के नमूनों को 3 घंटे के लिए प्रति घंटा लिया जाएगा और ब्लड ग्लूकोज के स्तर की जांच की जायेगी।
परिणाम:
• यदि ब्लड ग्लूकोज का स्तर, पेय के बाद लिये गये दो नमूनों में से किसी में भी सामान्य से अधिक पाया जाता है, तो यह गर्भावधि (जेस्टेशनल) डायबिटीज का निदान (डायग्नोस्ड) होता है।
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