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सीलिएक रोग की पहचान करना काफी मुश्किल होता है, क्योंकि सीलिएक रोग के कुछ लक्षण, अन्य बीमारियों जैसे इरिटेबल बाॅवल सिंड्रोम और लैक्टोज इंटोलिरेन्स के समान होते हैं।
सीलिएक रोग की पहचान के लिए, डाॅक्टर आपसे नैदानिक इतिहास और परिवारिक इतिहास के बारे में कुछ सवाल पूँछेंगे। इसके अलावा, डॅाक्टर आपके शरीर, पेट और दांतों की जांच करेंगे। यदि डाॅक्टर को सीलिएक रोग का संदेह होता है, तो इसकी पुष्टि करने लिए वह आपको, रक्त परीक्षण, आनुवंशिक परीक्षण, और बायोप्सी जैसे परिक्षण कराने के लिए कहेंगे।
नैदानिक इतिहास
डॉक्टर डायजेस्टिव और नाॅन-डायजेस्टिव लक्षणों सहित आपके अन्य लक्षणों की पूरी जानकारी लेंगे। जानकारी लेते वक्त, डॉक्टर सीलिएक रोग से जुड़े सभी संभावित जोखिमो जैसे, बीमारी का परिवारिक इतिहास, डायबिटीज को ध्यान में रखकर एक निदान पर आने की कोशिश करेंगे।
शारीरिक परीक्षण
इस परीक्षण में डॉक्टर शरीर पर सीलिएक रोग के स्पष्ट लक्षणों की जांच करने की कोशिश करेंगे, जैसे:
• कुपोषण के लक्षण जैसे एनीमिया आदि।
• त्वचा पर दाने (डर्मेटाइटिस हर्पेटिफॉर्मिस)।
• दंत परिक्षण- दाँतों पर भूरे, सफेद या पीले रंग के धब्बे। ये बच्चों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
• पेट को दबाकर और टैप करके वह पेट की जांच करेंगे, ताकि दर्द की जांच हो सके और आंत्र ध्वनियों को सुना जा सके।
डायग्नोस्टिक टेस्ट
I. रक्त परिक्षण
इसमें मोटे तौर पर एंटीबॉडी परीक्षण और आनुवंशिक परीक्षण शामिल होते हैं:
एंटीबॉडी परीक्षण: यह खून में मौजूदर एंटीबॉडी के स्तर का पता लगाते हैं और उन्हें मापते है, जोकि सेवन किये गये ग्लुटेन के खिलाफ बनते हैं।
1. टीटीजी-आईजीए (टीटीजी) एंटीबॉडी टेस्ट: सीलिएक रोग की संभावना के लिए, रोगी की स्क्रीनिंग के लिए, यह सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला एंटीबॉडी परीक्षण है। यह काफी अच्छा परीक्षण होता है, लेकिन इसकी व्याख्या के दौरान दो चीजों पर विचार करने की जरूरत होती है:
• आईजीए की कमी में और 2 साल से कम उम्र के बच्चे में परिणाम नकारात्मक हो सकते हैं।
• अन्य बिमारियों, विशेष रूप से संक्रमण के कारण भी परिणाम सकारात्मक हो सकते हैं।
2. टोटल सीरम आईजीए: यह परीक्षण आईजीए की कमी की जांच करने के लिए किया जाता है। जिससे कि टीटीजी-आईजीए (टीटीजी) एंटीबॉडी परीक्षण के झूठे नकारात्मक परिणामों की संभावना से इंकार किया जा सके।
आनुवंशिक परीक्षण: यह परीक्षण, एचएलए डीक्यू 2 और एचएलए डीक्यू 8 जैसे विशिष्ट जीन की उपस्थिति की जाँच के लिए किया जाता है, जोकि सीलिएक रोग से पीड़ित लगभग सभी व्यक्तियों में पाये जाते है। सकारात्मक परिक्षण सीलिएक रोग के निदान का सुझाव नहीं देता है, लेकिन सीलिएक रोग विकसित करने की संवेदनशीलता का सुझाव देता है। नकारात्मक परीक्षण सीलिएक रोग विकसित न होने की संभावना को इंगित करता है।
रक्त परीक्षणों के परिणामों के बावजूद, सीलिएक रोग के संदेह वाले मामलों में, पहचान की पुष्टि करने के लिए आंतों की बायोप्सी प्राप्त करना आवश्यक है।
II. बायोप्सी:
यहां नमूना प्रभावित ऊतक से लिया जाता है, जिसे पहचान की पुष्टि करने के लिए माइक्रोस्कोप द्वारा देखा जाता है।
आंतों की बायोप्सी: आंतों की बायोप्सी एंडोस्कोपी की मदद से ली जाती है, जोकि कैमरा लगी हुयी एक ट्यूब होती है, जिसे मुंह के माध्यम से अंदर डाला जाता है। आंतों की बायोप्सी के सकारात्मक परिणाम को, सीलिएक रोग की पहचान की पुष्टि (स्वर्ण मानक) माना जाता है।
इस प्रक्रिया में रोगी को बेहोश करके, उसके मुंह के माध्यम से एंडोस्कोप डाला जाता है। एंडोस्कोप से जुड़ा कैमरा असामान्यता तथा उसके फैलाव को देखने में मदद करता है। संलग्न उपकरण, निदान की पुष्टि करने के लिए छोटी आंत से ऊतक का एक नमूना लेने में मदद करता है।
सावधानी: यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि, जब तक बायोप्सी न हो जाये, तब तक व्यक्ति को ग्लुटेन खाना बंद नहीं करना चाहिये, क्योंकि यह कुछ रोगियों में झूठा परिणाम दे सकता है।
स्किन बायोप्सी: यह परिक्षण तब किया जाता है, जब आपकी त्वचा पर चकत्ते दिखायी देते हैं, और डॉक्टर उन्हें डर्मेटाइटिस हेपर्टीफॉर्मिस होने का संदेह करते हैं। त्वचा के छोटे टुकड़े लेकर उन्हे जांच के लिए लैब भेजा जाता है। इन्हे माइक्रोस्कोप द्वारा देखकर और सीलिएक रोग में पाए जाने वाले एंटीबॉडी की जांच की जाती है। यदि स्किन बायोप्सी और रक्त परीक्षण दोनों सीलिएक रोग में देखे गए विशिष्ट एंटीबॉडी की उपस्थिति का सुझाव देते हैं, तो इससे सीलिएक रोग की पहचान की पुष्टि होती है। इस तरह आंतों की बायोप्सी से बचा जा सकता है।
सीलिएक रोग के लिए स्क्रीनिंग
स्क्रीनिंग का मतलब है, किसी विशेष बीमारी की जांच करने के लिए, बिना किसी लक्षण वाले लोगों में परीक्षण करना। सीलिएक रोग के लिए स्क्रीनिंग आम लोगों में ठीक नहीं होता है। हालांकि, यह उन लोगों में किया जा सकता है, जिनके परिवार में किसी सदस्य को सीलिएक रोग का इतिहास है, या टाइप 1 डायबिटीज की बीमारी है।
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