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डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, वायरस के संपर्क में आने पर किसी को भी यह संक्रमण हो सकता है। कई बाहरी, और आंतरिक जोखिम कारक, संक्रमण के फैलने और गंभीर बीमारी विकसित करने की संभावना निर्धारित करते हैं। ये नीचे दिए गए हैं:
1. सरकारी अधिकारियों द्वारा निर्धारित, बीमारी के फैलाव क्षेत्र या इलाके की हाल ही में यात्रा का इतिहास।
2. संक्रमित व्यक्ति के साथ निकट संपर्क। निकट संपर्क का मतलब, संक्रमित व्यक्ति से 2 मीटर या 6 फीट की दूरी के अँदर संपर्क।
3. व्यावसायिक जोखिम कारक। डॉक्टरों, नर्सों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों में, संक्रमित रोगियों या सामग्रियों की नियमित देखरेख के कारण संक्रमण की दर अधिक पाई गई है। एक अन्य समूह जो प्रभावित हुआ है, वह पुलिस अधिकारी हैं, जो संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने के कारण संक्रमित हुये हैँ।
1. आयु: डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि, सभी आयु समूह कोविड-19 से प्रभावित हो सकते हैं। हालांकि, मध्यम आयु वर्ग या उससे अधिक उम्र के लोग, विशेष रूप से 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों को गंभीर बीमारी और उसकी जटिलताओं को विकसित करने का खतरा अधिक है। |
2. सेक्स: पुरुषों को महिलाओं की तुलना में अधिक प्रभावित पाया गया है |
3. अंतर्निहित रोगों या चिकित्सा शर्तों वाले लोग |
• लंबे समय से चली आ रही फेफड़ों की बीमारी (सीओपीडी, मध्यम से गंभीर अस्थमा और अन्य) |
• गंभीर हृदय रोग (होर्ट वाल्व रोग, NYHA 3-4, कोरोनरी आर्टरी रोग या हार्ट सर्जरी का इतिहास) |
• गुर्दे की गंभीर अपर्याप्तता (हीमोडायलिसिस की आवश्यकता) |
• गंभीर हेपेटिक रोग (सिरोसिस ‧स्टेज 4) |
• डायबिटीज मेलाइटिस (खराब नियंत्रित- इंसुलिन पर निर्भर डायबिटीज या जटिलताओं के साथ) |
• मोर्बि़ड मोटापा (बॉडी मास इंडेक्स [BMI] > 40) |
• मेटास्टैसिस के साथ कैंसर |
4. वे लोग जिनकी इम्यूनिटी कम हैं |
• दवा प्रेरित (स्टेरॉयड या प्रतिरक्षा को दबाने वाली अन्य दवाओं का पुराना उपयोग) |
• अंग प्रत्यारोपण के रोगी, जो इम्यूनोसप्रेसिंग के तहत है |
• ब्लड कैंसर |
• कैंसर उपचार जैसे कीमोथेरेपी आदि। |
• CD4 < 200/mm के साथ खराब नियंत्रित एचआईवी |
5. गर्भवती महिलाएं |
स्रोत: डब्ल्यूएचओ और ISIDOG COVID-19, 2020 दिशानिर्देश
आम तौर पर, संक्रमित रोगियों में से लगभग 23 प्रतिशत को ही अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है। हाँलांकि, यह ज्यादा हो सकता है, क्योंकि संक्रमित रोगियों की सही संख्या बहुत अधिक हो सकती है।
भर्ती होने वाले मरीजों को, आमतौर पर अस्पताल में लंबी अवधि (अक्सर 20 दिनों से अधिक) तक रहने की आवश्यकता होती है। यह अक्सर उन्हें अलग-थलग रखने की आवश्यकता, और उन्हें घर भेजने से पहले पीसीआर परीक्षण पर सीरियल नकारात्मक (निगेटिव) परिणामों की आवश्यकता के कारण होता है।
अस्पताल में भर्ती मरीजों, की एक महत्वपूर्ण संख्या जटिलताओं का विकास करती है। निम्नलिखित जटिलताएं हैं:
1. ए्क्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (ARDS)- आम जटिलता।
2. सेप्टिक शॉक- सामान्य जटिलता।
3. एक्यूट किडनी इंजरी
4. दिल को चोट (मायोकार्डियल चोट)
5. मल्टी ऑर्गन फेलियर
6. माध्यमिक संक्रमणों का विकास (बैक्टीरियल या फंगल)
7. खून के थक्के
8. गिलेन-बैरे सिंड्रोम
9. नेक्रोटाइजिंग एंसेफेलोपैथी (मस्तिष्क में)
10. कावासाकी रोग
कोविड-19 से प्रभावित लगभग 2 से 3 प्रतिशत लोगों की मौत, पैदा हुयी जटिलताओं के कारण हो जाती हैं। मृत्यु दर देशों के बीच भिन्न होती है, और जब एसिम्प्टोमैटिक मामलों पर भी विचार किया जाता है, तो यह बहुत कम हो सकता है।
Covid-19 में सबसे अधिक मौतें एआरडीएस और मल्टी ऑर्गन फेलियर के कारण होती हैं। अधिकांश मौतें बुजुर्गों और पहले से किसी बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों में देखी जाती हैं।
यह बात ध्यान देना आवश्यक है कि, इस बीमारी से बचने के लिए कोई प्रभावकारी दवाई या टीका उपलब्ध नहीं है। संक्रमण से बचने के लिए, आपको मानक संक्रमण नियंत्रण उपायों का पालन करने की आवश्यकता है। इसका उद्देश्य संक्रमण होने की संभावना को कम करना है।
ये इस प्रकार हैं:
एक दूसरे से, 2 मीटर या 6 फीट की दूरी बनाए रखकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जिन्हें गंभीर बीमारी विकसित होने का खतरा अधिक होता है। भीड़ और सामाजिक समारोहों से बचें, क्योंकि कई लोग बिना किसी लक्षण के वायरस लेकर घुमते हैं।
सीडीसी ने सार्वजनिक रूप से बाहर जाने वाले हर व्यक्ति को सलाह दी है कि, वे बाहर जाने से पहले, अपने मुंह और नाक को कपड़े के मास्क से ढकें। सीडीसी ने आम जनता से कहा है कि, वह फेस मास्क का इस्तेमाल न करें,जो डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और अन्य हेल्थकेयर वर्कर्स के लिए है।
कपड़े के मास्क को निम्नलिखित मामलों में टाला जाना है:
• 2 साल से कम उम्र का बच्चा
• सांस लेने में परेशानी से पीड़ित व्यक्ति
• बेहोश व्यक्ति
• वह व्यक्ति जो मास्क नहीं निकाल सकता
सीडीसी ने सभी को सलाह दी है कि, वे अपने हाथ साबुन और पानी से बार-बार धोएं। यह विशेष रूप से सार्वजनिक स्थान से आने के बाद, या छींकने, खांसने या अपनी नाक छीकने के बाद किया जाना चाहिए। वायरस को प्रभावी ढंग से मारने के लिए, हैंडवाशिंग कम से कम 20 सेकंड के लिए किया जाना चाहिए।
यदि साबुन और पानी उपलब्ध नहीं है, तो व्यक्ति को कम से कम 60 प्रतिशत अल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करना चाहिए। आप 70 से 80 प्रतिशत आइसोप्रोपिल अल्कोहल और एथिल अल्कोहल वाले हाथ के सैनिटाइजर का प्रयोग कर सकते हैं।
हर बार जब आप हाथ धोते हैं, या सैनिटाइजर का उपयोग करते हैं, तो आपको हथेली और उंगली के सभी क्षेत्रों को कवर करना चाहिए, और उन्हें एक दूसरे के खिलाफ रगड़ना चाहिए।
हाथ स्वच्छता बनाए रखने के लिए सीडीसी सलाह के बारे में अधिक जानें।
हाथों की सफाई का पालन करने के उपायों को जानें।
खासकर जब आप किसी सार्वजनिक स्थान पर हों या ऐसी जगह पर गये हों।
सीडीसी ने खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को ढकने की सलाह दी है, यह श्वसन बूंदों के प्रसार को रोकने में मदद करता है, क्योंकि यदि आप वायरस से संक्रमित हैं, तो इन बूँदों में वायरस हो सकता है। सीडीसी ने आपको सलाह दी है कि, आप छींकते और खांसते समय अपने मुँह और नाक को कवर करने के लिए, अपनी कोहनी या एक टिस्यु का उपयोग करें। टिस्यु के उपयोग के बाद उसे, सुरक्षित रूप से बिन में डालें। इसके अपने हाथों को साबुन या हैंड सैनिटाइजर से 20 सेकेंड तर अच्छी तरह से साप करें।
सीडीसी, ने उन सतहों को साफ और कीटाणुरहित करने की सलाह दी है, जिन्हें अक्सर छुआ जाता है। ये सतहें दरवाजे के हैंडल, मोबाइल फोन, कीबोर्ड, लाइट स्विच, टेबल, शौचालय, सिंक और टैप हैंडल हैं। इसे घरेलू ब्लीच, का उपयोग करके किया जा सकता है, जिसमें 5.25 सोडियम हाइपोक्लोराइट होता है। सामान्य घरेलू क्षेत्र को साफ करने के लिए ब्लीच को 1:99 के अनुपात में पानी के साथ मिलायें (1 पार्ट ब्लीच से 99 हिस्सा पानी)।
जिन स्थानों पर ब्लीच का उपयोग नहीं किया जा सकता है, उदाहरण के लिए, धातु, आइटम को साफ करने के लिए आइसोप्रोपाइल 70 प्रतिशत या एथिल अल्कोहल 60 प्रथिशत जैसे अल्कोहल का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
विभिन्न सतहों को साफ करने के तरीके के बारे में अधिक जानें।
भोजन को अ्च्छी तरह से गर्मायें और पकायें। अध-पका या कच्चा खाना खाने से बचें, और इसे पके हुए खाने से दूर रखें। कच्चे मांस और पके हुए भोजन के लिए अलग-अलग चॉपिंग बोर्ड और चाकू का प्रयोग करें। कच्चे और पके हुए भोजन को संभालने के बीच में हाथ धोएं। बीमार जानवरों या बीमारी के कारण मरने वाले जानवरों को नहीं खाना चाहिये।
अपने स्वास्थ्य और किसी भी लक्षण के बारे में सतर्क रहें, जोकि वायरल संक्रमण विशेष रूप से, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, या स्वाद या गंध की भावना की हानि का संकेत दे सकते हैं। यदि आप कोई लक्षण विकसित करते हैं, तो तापमान की जांच करें। किसी भी महत्वपूर्ण लक्षण या बढ़े हुए तापमान के मामले में, तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें और उनकी सलाह का पालन करें।